जिला और शहर
महम / कुन्डु ने महम पर फोकस नहीं किया तो पार्टी के साथ विधायकी भी खतरे में ॽ महम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बनने के बाद प्रदेश का उपमुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री बनने के सपने संजोए बैठे बलराज सिंह कुन्डू ने 2024 के चुनाव में अकेले महम विधानसभा चुनाव क्षेत्र पर फोकस नहीं किया तों उनकी पार्टी के आस्तित्व के साथ इस बार उनकी विधायकी के भी लाले पड़ सकते हैं। राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते निर्दलीय विधायक बनने के बाद पिछले कुछ महीनों पहले विधायक बलराज सिंह कुन्डू ने हरियाणा जनसेवक पार्टी का गठन किया ओर विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले कुन्डू ने अपनी पार्टी की कार्यकारिणी गठन करने के लिए बैठकों के दौर के साथ ही खुद महम से विधानसभा चुनाव लडने के अलावा जुलाना विधानसभा क्षेत्र से अपनी पत्नी को पार्टी का प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था ओर परमजीत कुन्डु के साथ साथ खुद विधायक कुन्डु जुलाना विधानसभा में चुनाव प्रचार में जुटे हुए दिखाई दिए। लेकिन विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद बदलीं राजनीति फिजा के चलते महम विधानसभा में कभी कांग्रेस के आनंद सिंह दांगी अकेले ही चुनाव मैदान में रहते थे लेकिन अबकी बार वे अपने बेटे, पत्नी, पुत्रवधू,भाई, भतीजों के साथ मैदान में हैं , भाजपा से भी शमशेर सिंह खरकड़ा भी पिछले चुनाव में अकेले ही चुनाव की बागडोर संभालते थे लेकिन इस बार उनके साथ उनकी पत्नी के चुनाव मैदान में आने की चर्चाओं के बीच राधा अहलावत के साथ खुद शमशेर खरकड़ा व उनके दोनों बेटे भी चुनावी माहौल में अपने माता-पिता का हाथ बटा रहे हैं । राजनीतिक चुनाव के दौर में आएं बदलाव को देखते हुए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुन्डू का परिवार महम व जुलाना क्षेत्र में अलग अलग प्रचार करने के कारण आपस में अलग थलग पड़ता हुआं नजर आ रहा है। राजनीतिक जानकारों लोगों की मानें तो बलराज कुन्डू ने महम विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ पिछले कुछ महीनों से जुलाना क्षेत्र में भी कड़ी मेहनत की है ओर उन्होंने क्षेत्र में अपना जनाधार भी स्थापित किया है लेकिन जुलाना विधानसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी इस चुनाव में कोई बड़ा तीर मार ले इस स्थिति में नहीं है । लोगों का यही भी मानना है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में विधायक बलराज कुन्डू ने हरियाणा जनसेवक पार्टी से ज्यादा महम में होने वाले विधानसभा चुनाव पर एक जुट होकर पुरे परिवार के साथ ध्यान केंद्रित नहीं किया तो पार्टी के आस्तित्व के साथ साथ उनकी महम से विधायकी भी खतरे में पड़ जाएंगी।
September 2, 2024
No Comments
महम / कुन्डु ने महम पर फोकस नहीं किया तो पार्टी के साथ विधायकी भी खतरे में ॽ महम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बनने के बाद प्रदेश का उपमुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री बनने के सपने संजोए बैठे बलराज सिंह कुन्डू ने 2024 के चुनाव में अकेले महम विधानसभा चुनाव क्षेत्र पर फोकस नहीं किया तों उनकी पार्टी के आस्तित्व के साथ इस बार उनकी विधायकी के भी लाले पड़ सकते हैं। राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते निर्दलीय विधायक बनने के बाद पिछले कुछ महीनों पहले विधायक बलराज सिंह कुन्डू ने हरियाणा जनसेवक पार्टी का गठन किया ओर विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले कुन्डू ने अपनी पार्टी की कार्यकारिणी गठन करने के लिए बैठकों के दौर के साथ ही खुद महम से विधानसभा चुनाव लडने के अलावा जुलाना विधानसभा क्षेत्र से अपनी पत्नी को पार्टी का प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था ओर परमजीत कुन्डु के साथ साथ खुद विधायक कुन्डु जुलाना विधानसभा में चुनाव प्रचार में जुटे हुए दिखाई दिए। लेकिन विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद बदलीं राजनीति फिजा के चलते महम विधानसभा में कभी कांग्रेस के आनंद सिंह दांगी अकेले ही चुनाव मैदान में रहते थे लेकिन अबकी बार वे अपने बेटे, पत्नी, पुत्रवधू,भाई, भतीजों के साथ मैदान में हैं , भाजपा से भी शमशेर सिंह खरकड़ा भी पिछले चुनाव में अकेले ही चुनाव की बागडोर संभालते थे लेकिन इस बार उनके साथ उनकी पत्नी के चुनाव मैदान में आने की चर्चाओं के बीच राधा अहलावत के साथ खुद शमशेर खरकड़ा व उनके दोनों बेटे भी चुनावी माहौल में अपने माता-पिता का हाथ बटा रहे हैं । राजनीतिक चुनाव के दौर में आएं बदलाव को देखते हुए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुन्डू का परिवार महम व जुलाना क्षेत्र में अलग अलग प्रचार करने के कारण आपस में अलग थलग पड़ता हुआं नजर आ रहा है। राजनीतिक जानकारों लोगों की मानें तो बलराज कुन्डू ने महम विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ पिछले कुछ महीनों से जुलाना क्षेत्र में भी कड़ी मेहनत की है ओर उन्होंने क्षेत्र में अपना जनाधार भी स्थापित किया है लेकिन जुलाना विधानसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी इस चुनाव में कोई बड़ा तीर मार ले इस स्थिति में नहीं है । लोगों का यही भी मानना है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में विधायक बलराज कुन्डू ने हरियाणा जनसेवक पार्टी से ज्यादा महम में होने वाले विधानसभा चुनाव पर एक जुट होकर पुरे परिवार के साथ ध्यान केंद्रित नहीं किया तो पार्टी के आस्तित्व के साथ साथ उनकी महम से विधायकी भी खतरे में पड़ जाएंगी।
September 2, 2024
No Comments