December 27, 2025 11:01 pm

50 लाख की धोखाधड़ी, नकली अंतिम संस्कार : एक सनसनीखेज साजिश का पर्दाफाश

हापुड़ / गढ़मुक्तेश्वर (उत्तर प्रदेश) — शुक्रवार को एक ऐसा मामला उजागर हुआ, जिसने हर किसी को सकते में डाल दिया। यहां के ब्रजघाट श्मशान घाट पर चार युवकों ने एक प्लास्टिक के पुतले (डमी शव) को असली शव दिखाकर दाह संस्कार करने पहुंच गए — शमती यह नहीं थी कि यह कोई मजाक हो,

बल्कि उनकी मंशा थी 50 लाख रुपये का बीमा क्लेम फर्जी तरीके से हासिल करने की।

क्या था पूरा खेल

पुतले का नाम किसी मृत व्यक्ति की तरह बताया गया था — दरअसल पुतला नहीं, बल्कि एक प्लास्टिक की “लाश” थी।आरोप है कि दिल्ली के एक व्यापारी ने अपने कर्मचारी (या पूर्व कर्मचारी) के नाम पर 50 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी कराई थी, और अब बीमा राशि पाने के लिए उसकी मौत दिखाने की योजना बनाई थी।

पुतले के अंतिम संस्कार और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से वह क्लेम करना चाहता था। श्मशान घाट पर स्थानीय लोगों को शक हुआ। जब कफन हटाया गया, तो असली शव नहीं बल्कि पुतला हुआ — इसी के बाद पुलिस को बुलाया गया।

दो आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो फरार बताए जाते हैं।

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पुलिस की कार्रवाई और आगे की क्या होगी

पुलिस ने फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी (insurance fraud) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी और उनके साथी से पूछताछ जारी है। दो फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।  haryana news , Hr news , today news

स्थानीय प्रशासन एवं श्मशान घाट कर्मचारियों ने बताया कि इस तरह की घटना पहली बार सामने आई है — लेकिन यह घटना यह दर्शाती है कि लोग कितने कर्जीबोन (कर्ज और बीमा) के दबाव में कितनी खतरनाक साजिश तक जा सकते हैं।

क्या हुआ — घटना का पूरा विवरण

27 नवम्बर 2025 को, Brijghat Cremation Ground, Garhmukteshwar (Hapur जिले, उत्तर प्रदेश) स्थित श्मशान घाट पर एक चौंकाने वाली घटना हुई। वहाँ चार लोग एक कार (हरियाणा-पंजीकृत i20) से आए। आरोप है कि वे एक मृत व्यक्ति की अर्थी लेकर आए थे।                haryana news , Hr news , today news
आरोपियों ने चिता सजाई, लकड़ियाँ और घी-पूजा सामग्री ली, लेकिन अंत में “शव” की जगह एक कफन में लिपटा प्लास्टिक–पुतला (डमी) चिता पर रखा। शुरुआती रूप में यह शव लग रहा था ।

जब घाट कर्मियों और मौजूद लोगों को शक हुआ (शव हल्का महसूस हुआ, व्यवहार असामान्य था), तो उन्होंने कफन हटाया — और पाया कि शव नहीं, बल्कि पुतला है । इसके बाद दो युवक भागने लगे;

वहीं दो को मौके पर ही पकड़ा गया और पुलिस को सूचना दी गई। मौके से तीन पुतले और आरोपी की कार बरामद हुई ।

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आरोपित व मकसद — पुलिस की जांच में क्या सामने आया

गिरफ्तार आरोपियों में से एक है Kamal Somani (दिल्ली, पालम-कैलाशपुरी निवासी), और उसके साथ Ashish Khurana नामक अन्य व्यक्ति है।

पुलिस पूछताछ में पता चला कि पिछले साल कमल ने अपने कर्मचारी/सेल्समैन Anshul Kumar के नाम पर 50 लाख रुपये की जीवन-बीमा पॉलिसी ली थी — आधार और पैन कार्ड सहित फर्जी तरीके से दस्तावेजों का इस्तेमाल कर ।

वह खुद प्रीमियम भर रहा था ।
आरोप है कि वह कर्ज में डूबा था (करीब 50 लाख रुपये), और व्यापार घाटे व ब्याज से दबाव में था। इस भारी आर्थिक बोझ से निपटने के लिए उसने यह ख़तरनाक और फर्जी प्लान रचा: अपने कर्मचारी को मृत दिखाकर, पुतले का अंतिम संस्कार करा कर मृत्यु प्रमाण पत्र लेना और फिर बीमा राशि क्लेम करना।

पुलिस ने आरोपी का मोबाइल से उसी नाम पर कॉल कर असली कर्मचारी को लाइव कनेक्ट करके दिखाया — असली कर्मचारी जिंदा मिला, और उसे इस मौत की जानकारी ही नहीं थी। इस तरह साजिश का राज उजागर हुआ।

🛑 कानूनी कार्रवाई — FIR और आगे की जांच

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और साजिश की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने अभियुक्तों की कार व पुतले बरामद कर लिए हैं। फरार दो अन्य लोगों की तलाश जारी है।

घाट प्रशासन ने घटना के बाद नई गाइडलाइन लागू की है: अब किसी भी मृत शरीर का अंतिम संस्कार तभी होगा, जब उसकी पहचान – चेहरे व पहचान पत्र (जैसे आधार) — स्पष्ट हो, बिना पहचान के दाह-संस्कार बंद रहेगा।

⚠️ समाज व प्रशासन के लिए चेतावनी — क्या सीख मिलेगी    haryana news , Hr news , today news

यह घटना दिखाती है कि बीमा धोखाधड़ी कितनी खतरनाक रूप ले सकती है — सिर्फ कागजी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बड़ी रकम हड़पने की कोशिश की गई।
श्मशान घाट-घाट कर्मियों, नागरिकों और प्रशासन को सतर्क रहना होगा — किसी मृत व्यक्ति की असली पहचान,

दस्तावेजों व शव की शिनाख्त का निरीक्षण ज़रूरी।
नए आदेशों से उम्मीद है कि आगे ऐसी कोई फर्जीवाड़े की कोशिश नहीं होगी — लेकिन लोगों की जागरूकता और सतर्कता जरूरी है।

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