युवक की गर्दन के आर – पार हुआ सरिया।
गड्ढे से बाइक उछली और डिवाइडर पर जा गिरी , वहां इंस्ट्रक्शन का काम चालू था , सरिया बाहर की साईड निकला हुआ था । युवक की गर्दन के आर पार हो गया
दो बहनों का इकलौता भाई था।
हरियाणा के पानीपत में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई । युवक की बाइक गढ़े में आकर उछल पड़ी, इस से युवक किनारे पर बने स्ट्रीटलाइट के फाउंडेशन पर जा गिर वहां का काम चालू था , सरिया बहार की साइड निकला हुआ था जिस कारण युवक की मौके पर ही मौत हो गई।। दो बहनों का इकलौता भाई था।
लड़के के पिता ने बिजली निगम ठेकेदारों के खिलाफ केस दर्ज़ करवा दिया, यह घटना हरियाणा के पानीपत सेक्टर 25 स्थित हरिद्वार बाईपास पर हुआ।
पूरी घटना कुछ इस प्रकार है
युवक का नाम अमन था । अमन के पिता जगबीर को सूचना मिली कि उन के लड़के का एक्सीडेंट हो गया है वो ये सुन तुरंत वहां पहुंचा जब उसे वहां बताया कि अमन की बाइक गढ़े में जोर से अनियंत्रण हो उछल गई जब वो किनारे के स्ट्रीटलाइट फाउंडेशन पर जा गिरा वहां सरिया निकला हुआ था वो सीधा अमन की गर्दन में जा घुसा और तब मौके पर ही अमन की मौत हो गई।
अमन की रिश्ते की बात चल रही थी।
अमन की मौत से अमन के पिता अमन की मौत पर बिल्कुल टूट गए । उन्होंने बताया कि वो मजदूरी कर घर चालते है । अमन इस में उन की मदद करता था। इस के बाद उन्होंने बताया कि अमन की रिश्ते की बात चल रही थी चार दिन पहले ही मेहमान आए थे। दो बेटियां है बड़ी वाली की शादी कर दी थी और एक अमन से छोटी थी वह अभी पढ़ रही है । बेटे की मौत से परिवार में गुम की लहर आ गई। उन का चिराग बुझ गया ।
काम की तलाश में गया था अमन
अमन के पिता ने बताया कि वह काम की तलाश में शहर गया था। वह 3 साल से एक टेक्सटाइल कंपनी में काम कर रहा था । फैक्ट्री के मालिक ने उसे कहीं और काम देखने को कह दिया । तो वह दूसरी कंपनी में काम देखने गया वहां बात फाइनल हो गई। अगले दिन उसे दूसरी कंपनी में काम के लिए जाना था। वह बात कर घर लौट रहा था रास्ते में उसके साथ यह घटना हो गई ।
बिजली निगम के ठेकेदारों के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
अमन के पिता ने कहा कि इस हादसे में सड़क निर्माण करने वाला विभाग भी मेरे बेटे की मौत का जिम्मेदार है।
क्योंकि पूरी सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं अगर गड्ढे भर दिए गए होते तो यह हादसा नहीं होता।
अमन के पिता बिजली निगम के ठेकेदारों को भी इस हादसे का जिम्मेदार मानता है , अमन के पिता का कहना है कि अगर उन्होंने समय से अपना कार्य पूर्ण कर दिया होता, सरिए खंबे में लग चुके होते तो , आज उसका बेटा
जिंदा होता , इस कारण अमन के पिता जगबीर ने इन्हें गलत ठहराया और उनके खिलाफ केस दर्ज किया।
