जातिगत जनगणना को लेकर सियासी घमासान शुरू हो चुका है ।
जातिगत जनगणना का श्रेय लेने की टक्कर में कांग्रेस ने बताई अपनी जीत तो बीजेपी ने आंकड़े गिनवा दिए।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही जनगणना का श्रेय लेने की फिराक में नजर आ रही है । क्या इसका असर बिहार चुनाव में होगा । कांग्रेस इसे अपनी जीत बता रहीं है तो बीजेपी योजनाओं के जरिए वंचितों तक पहचाने कि कोशिश में है। कौन किसको टक्कर देगा जानने के लिए जुड़े रहिए hr news से।
जातिगत जनगणना को लेकर राजनीति में एक अलग सा माहौल बन चुका है जिसमें नेता अपनी पूरी पूरी ताकत झोंकते नजर आ रहे हैं। जैसे कि ” तू डाल – डाल , मैं पात – पात “ सत्ताधारी दल ने विपक्ष से उसके हथियार छीनने का पूरा-पूरा प्रयत्न किया है , इसकी बहुत बाद कांग्रेस सपा और राजद जैसे विपक्षी दल जातिवार गणना के मुद्दे को गर्म कर अपनी जमीन मजबूत करने का प्रयास किया है।
लेकिन आज से श्रेय लेने की होड़ और ज्यादा तेज हो चुकी है कांग्रेस ने अपनी जीत बताते हुए अभियान की रूपरेखा बनाई , तो यह देख भाजपा ने भी अपनी कमर कस ली है।
श्रेय छोड़ने का कोई भी मौका नहीं गवाना चाहती कोई भी पार्टी ।
इसमें कोई शक नहीं है कि इस गणना में सरकार के निर्णय के परिणाम की पहली परीक्षा वही हो नी है । विपक्ष सरकार को बदनाम करने के का कोई भी नहीं छोड़ेगी। लेकिन सभी दल देश में ओबीसी और दलित वर्ग के राजनीति पर पड़ने वाले प्रभाव को जानती है। इसी कारण कोई भी पार्टी पीछे नहीं रहना चाहती।
कांग्रेस ने पूरी तैयारी कर ली है कि देशभर में वंचित वर्ग तक यह संदेश पहुंचाया जाए की सरकार को कांग्रेस के दबाव में आकर फैसला लेना पड़ा। सपा और राजद जैसे दलों की लकीर सिर्फ अपने-अपने राज्यों तक सीमित है लेकिन कांग्रेस इसे देशभर में पहुंचाना चाहती है।
जातिवाद में बीजेपी ने शुरू किया अपना अभियान।
कांग्रेस के हर दांव से सतर्क भाजपा ने भी अपना अभियान शुरू कर दिया। मोदी सरकार कर रही वंचित वर्ग को सुनिश्चित ,आत्मनिर्भर और पिछड़े वर्ग का कल्याण , मोदी सरकार की पहचान , मोदी सरकार का अटल इरादा , वंचितों के जीवन में ना आए कोई बांधा !!!
जैसी शीर्षक सबका साथ सबका विकास जैसे हैशटैग अभियान चलाए जा रहे हैं ।
बीजेपी गिनवा रही योजनाओं के आंकड़े : बीजेपी का दावा है कि सबसे ज्यादा अधिक लाभ पिछड़ी वर्ग जैसे ओबीसी और ऐससी – एसटी को मिले । इसके उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1.77 करोड़ बेघर लोगों को पक्का घर मिला। पीएम मुद्रा योजना में 51% वंचितों को लाभ मिला।
स्टूडेंट इंडिया योजना से 35000 से अधिक ऐससी – एसटी उद्यमी को लाभ हुआ। यह सारे आंकड़े साझा कर उन्होंने जीत की ताल ठोकी।
इसी तरह उज्जवल योजना के 48% परिवार एससी वर्ग के है ।पीएम स्वनिधि योजना 60 लाख से अधिक रेहड़ी पटरी वालों को फायदा मिला जिसमें ओबीसी की 46% और ऐससी की 21% भागीदारी रही है । इसके बाद सरकार ने कहा कि जैसे वह अब वंचित वर्गों के लिए काम कर रही है वह आगे भी ऐसे ही काम करती रहेगी। आंकड़ों के जरिए सरकार ने जातिवार गणना का निर्णय लया है ।
